आ, चल के तुझे मैं लेके चलूँ एक गगन के तले
जहाँ ग़म भी ना हो, आँसू भी ना हो, बस प्यार ही प्यार पले
आ, चल के तुझे मैं लेके चलूँ एक गगन के तले
जहाँ ग़म भी ना हो, आँसू भी ना हो, बस प्यार ही प्यार पले
एक ऐसे गगन के तले
चंदा की किरण से धुल कर घनघोर अँधेरा भागे
चंदा की किरण से धुल कर घनघोर अँधेरा भागे
कभी धूप खिले, कभी छाँव मिले, लंबी सी डगर ना खले
एक ऐसे गगन के तले
जहाँ दूर नज़र दौड़ाएँ, आज़ाद गगन लहराए (लहराए)
जहाँ दूर नज़र दौड़ाएँ, आज़ाद गगन लहराए
जहाँ रंग-बिरंगे पंछी आशा का संदेसा लाएँ
जहाँ रंग-बिरंगे पंछी आशा का संदेसा लाएँ
सपनों में पली हँसती हो कली, जहाँ शाम सुहानी ढले
जहाँ ग़म भी ना हो, आँसू भी ना हो, बस प्यार ही प्यार पले
एक ऐसे गगन के तले
सपनों के ऐसे जहाँ में जहाँ प्यार ही प्यार खिला हो
हम जा के वहाँ खो जाएँ, शिकवा, ना कोई गिला हो
कहीं बैर ना हो, कोई ग़ैर ना हो, सब मिल के यूँ चलते चलें
जहाँ ग़म भी ना हो, आँसू भी ना हो, बस प्यार ही प्यार पले
आ, चल के तुझे मैं लेके चलूँ एक गगन के तले
जहाँ ग़म भी ना हो, आँसू भी ना हो, बस प्यार ही प्यार पले
एक गगन के तले, एक गगन के तले